आगरा के नरीपुरा में क्षेत्रीय ब्राह्मण संस्था की ओर से रविवार को एक बैठक आयोजित की गई। विप्र बंधुओं ने एक निर्धन कन्या की शादी में सहयोग पर हर्ष व्यक्त किया। दो महीने बाद परशुराम शोभायात्रा निकालने पर भी विचार व्यक्त किए गए।

साहित्यकार ओम प्रकाश पाराशर ने कहा कि हिन्दू धर्म को जातिवाद के नाम पर तोड़े जाने का कुचक्र सैकड़ों वर्षों से जारी है। जो लोग खुद को ऊंचा या नीचा समझते हैं। उनको जातियों के उत्थान और पतन का इतिहास नहीं मालूम है। उन्होंने मुगल और अंग्रेजों के काल का इतिहास अच्छे से पढ़ा नहीं है। वे तो 70 वर्षों की विभाजनकारी राजनीति के शिकार हो चले हैं। इतिहास की जानकारी अच्छे से नहीं होने के कारण ही राजनीतिज्ञों ने नफरत फैलाकर हिन्दुओं को धर्म, जाति और पार्टियों में बांट रखा है।संस्था के संस्थापक अध्यक्ष कैलाश चंद समाधिया ने कहा कि संस्था एक जाति विशेष की नहीं है। नर सेवा को नारायण सेवा मनाते हुए मानव हित में कार्य कर रही है।

इससे पहले भगवान परशुराम के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित किया। उनकी आरती उतारी। साथ ही ओम प्रकाश पाराशर की ओर से प्रकाशित ‘देव स्तुति आराधना’ पुस्तक का विमोचन किया गया। इस दौरान अकबर सिंह रावत, जगदीश शर्मा, बच्चू सिंह, राकेश शर्मा, राजेश शर्मा, विजय, संजीव शर्मा आदि थे।